As the closing ceremony of the celebration of our 75th year, a two day All India Conference was organised on 5th & 6th May 2018 in the premises of the HPS. This conference was titled "Janbhasha Diwas" as per our ideology of Hindustani. Many renowned scholars from various fields participated in the conference. The conference was attended by lecturers, research scholars, literary persons, students etc.
Process of sending of books to Mahatma Gandhi Institute, Mauritius and Kelaniya University, Sri Lanka commenced.
Permissions were received from Andhra Pradesh and Kerala Jail authorities to open libraries in central jails of their states.
On 20th April 2018, HPS team led by Mr. Feroze Patch visited Nagpur Central Jail for the inauguration of the library established by the HPS. He was accompanied by Mr.Sanjiv Nigam and Mr. Rakesh Kumar Tripathi.
A team of the HPS visited Lajpore Jail, Surat and Central Jail, Vadodra to inspect the libraries set up by HPS in these jails on 12th April 2018. Mr. Feroze Patch alongwith Mr. Sanjiv Nigam and Mr. Rakesh Kumar Tripathi interacted with the jail officials and some prisoners and reviewed the functioning of the libraries. It was noted with satisfaction that prisoners are being greatly benefitted with these libraries.
सभा द्वारा हिंदी इंग्लिश में प्रकाशित की जाने वाली परी कथाओं में से पहली तीन कथाओं का लोकार्पण 3 मार्च 2018 को इंडियन मर्चेंट्स चैम्बर के हॉल में आयोजित एक भव्य समारोह में किया गया। इन पुस्तकों का मुद्रण हार्पर कॉलिंस द्वारा किया गया है। पुस्तकों का लोकार्पण सभा के न्यासियों - श्री सतीश शाह , श्री फ्रांसिस मैथ्यू , श्री फ़िरोज़ पैच और श्री अरविन्द डेगवेकर की मौजूदगी में मणि भवन की निदेशक डॉ उषा ठक्कर के हाथों किया गया। इन परी कथाओं का अनुवाद डॉ सुशीला गुप्ता, विशेष कार्य अधिकारी द्वारा किया गया है।
इस अवसर पर दो लड़कियों ने एक परी कथा का बड़े रोचक ढंग से पाठ किया। वहाँ उपस्थित लोगों में बड़ी संख्या में विद्यार्थी तथा अध्यापक भी थे।
7 मार्च 2018 को सभा के परीक्षा विभाग की तरफ से अपने अध्यापकों तथा प्रचारकों के लिए एक शिविर आयोजन किया गया जिसमें 2 विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार रखे।
हमारी पत्रिकाओं हिंदुस्तानी ज़बान हिंदी तथा उर्दू के प्रकाशन के 50 साल पूरे होने के मौके पर 24 मार्च 2018 को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन सभा के भवन में किया गया। इस अवसर पर सभा के ट्रस्टी तथा मानद सचिव श्री फ़िरोज़ पैच तथा ट्रस्टी एवं मानद कोषाध्यक्ष श्री अरविन्द डेगवेकर के हाथों पत्रिकाओं के विशेष संस्करणों का विमोचन किया गया। हिंदी तथा उर्दू के चार विशिष्ट विद्वानों , जोकि इन पत्रिकाओं के लेखक भी हैं ने पत्रिका से जुड़े अपने अनुभव साझा किये।
इस अवसर पर हिंदुस्तानी ज़बान युवा की पहली वर्षगाँठ भी मनाई गयी।
31 मार्च 2018 को परीक्षा विभाग का वार्षिक कार्यक्रम सभा के परिसर में आयोजित किया गया।
16 मार्च 2018 को , श्री फ़िरोज़ पैच ने श्री संजीव निगम तथा श्री राकेश त्रिपाठी के साथ एक एन जी ओ ' सहियो ' द्वारा महिलाओं से जुड़े सामाजिक विषयों पर आयोजित एक सेमिनार में भाग लिया। इस सेमिनार को कई महत्वपूर्ण लोगों ने सम्बोधित किया था। इस सेमिनार से काफी जानकारी हासिल हुई।
सभा की एक टीम ने 4 व 5 जनवरी 2018 को पटना का दौरा किया था। इसका उद्देश्य था बिहार के पुलिस महानिरीक्षक (जेल) के साथ मुलाकात। संजीव निगम ने पुलिस अधिकारियों को इस प्रोजेक्ट के बारे में बताया। उनके साथ सभा के राकेश कुमार त्रिपाठी भी थे। पुलिस अधिकारी इस प्रस्ताव पर बहुत प्रसन्न थे तथा उन्होंने पूरे सहयोग का वादा किया।
सभा के परीक्षा विभाग द्वारा सरल हिन्दी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए एक हिन्दी मेला का आयोजन दिनांक 6 जनवरी 2018 को किया गया था।
12 जनवरी 2018 को पंचगनी के सेंट पीटर्स स्कूल में सभा द्वारा पंचगनी, महाबलेश्वर तथा वाई के स्कूलों के लिए एक अन्तरविद्यालय वक्तृत्व स्पर्धा का आयोजन किया गया जिसमें 11 स्कूलों से 25 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया था। यह उस इलाके में किसी संस्था द्वारा आयोजित पहली हिन्दी वक्तृत्व स्पर्धा थी। भाग लेनेवाले ज्यादातर स्कूल अन्तरराष्ट्रीय थे।
13 जनवरी 2018 को सभा ने एक और प्रथम प्रयास किया ‘भाषायी संगम’ का आयोजन करके। सेंट पीटर्स स्कूल में आयोजित इस कार्यक्रम में 9 भाषाओं के 20 रचनाकारों ने हिन्दुस्तानी के माध्यम से अपनी रचनाओं की प्रस्तुति की। इस कार्यक्रम को मराठी तथा हिन्दी समाचार पत्रों में काफी कवरेज प्राप्त हुआ।
20 जनवरी 2018 को आयोजित एक कार्यक्रम में डॉ. सुशीला गुप्ता द्वारा संपादित ‘पुस्तक संस्कृति पर गहराता संकट’ पुस्तक का विमोचन हुआ।