देश के अलग-अलग भागों से प्रशिक्षण के लिए अपने आयकर विभाग में आए हुए अनुवादकों ने 21 जून 2017 को सभा का दौरा किया। डॉ. रीता कुमार ने उनका स्वागत किया। संजीव निगम नेउन्हें सभा के विषय में बताया तथा अनुवाद की प्रक्रिया की कुछ खास बातें भी बताई। इस अवसर पर सभा के राकेश कुमार त्रिपाठी और रईस अंसारी उपस्थित रहे थे।
23 जून 2017 को ‘मराठी के लोकरंग : हिन्दुस्तानी के संग’ शीर्षक से एक अलग तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें मराठी के लावणी, बतावणी, गोंधल, पौवाड़ा की प्रस्तुतिहिन्दुस्तानी में की गई थी। यह प्रस्तुति मुंबई विश्वविद्यालय के लोकसंस्कृति विभाग से जुड़े कलाकारों द्वारा की गई थी। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे थे।
श्री फ़िरोज़ पैच को “विश्व शांति अभियान न्यास’’ की ओर से शांतिदूत अवार्ड का पदक तथा प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुआ। यह सम्मान उन्हें मानवता के कार्यों तथा भाषा की प्रगति के लिए कार्य करनेपर प्राप्त हुआ।