‘हिन्दुस्तानी प्रचार सभा’ द्वारा पेरीनबेन कैप्टन अखिल भारतीय हिन्दी निबंध प्रतियोगिता अहिन्दी भाषी प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए (विषय: मैं अगले 25 वर्षों में भारत में यह बदलाव देखना चाहता हूँ।) आयोजित की गई। दिनांक 12 मार्च 2024 को पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। 17 राज्यों से 160 निबन्ध प्राप्त हुए जिनमें से 61 का चयन किया गया, इनमें से 26 निबन्ध चुनने और निबन्धकारों के साक्षात्कार की ज़िम्मेदारी श्री विमल मिश्र और डॉ. शीतला प्रसाद दुबे तथा श्री भुवेन्द्र त्यागी ने निभायी।
श्री फिरोज़ पैच ने निबन्ध प्रतियोगिता की सम्पूर्ण प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए और इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि कल्पना व हर कदम पर प्रयास के जरिए हम अनवरत सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ सकते हैं। निर्णायकों में से डॉ. शीतला प्रसाद दुबे ने कहा कि आज के समय में बच्चों के विचार देश के विकास को गति देने का माद्दा रखते हैं। श्री विमल मिश्र ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए भविष्य की उज्जवल कामना की। श्री भुवेन्द्र त्यागी ने प्रथम चरण के निबन्धों में से 26 विद्यार्थियों का चयन करके उनका साक्षात्कार लेना बहुत कारगर साबित हुआ। इससे मौलिकता की पहचान हो सकी और न्यायसंगत निर्णय संभव हो सका।
प्रतियोगिता में आशुतोष कुमार राऊत (कलकत्ता), काव्या (बेलगावी), उज्जवल गोयल (विशाखापट्टनम) को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमशः 30,000/-,25,000/- और 20,000/- तथा प्रोत्साहन पुरस्कार के रूप में अदिति बग्गू (तेलंगाना), उत्कर्षा कोरेगांवकर (गोवा), मेनका कुमार शाह (बोंगईगाँव, असम) और अनघा सुनीलकुमार (कोयम्बतूर) 7,500/- रुपये तथा 17 विद्यार्थियों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 3,000/- प्रदान किये गये।
कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री राकेश कुमार त्रिपाठी (परियोजना समन्वयक) ने प्रस्तावना तथा पुरस्कारों की घोषणा की तथा निर्णायकों का परिचय डॉ. रीता कुमार (विशेष कार्य अधिकारी) ने दिया। न्यासी व कोषाध्यक्ष श्री अरविंद डेगवेकर ने आभार व्यक्त किया।